क्या हो अगर आप ‘रमेश’ से मिलने जाएँ और ‘सुरेश’ से मिल कर आ जाएँ! और आपको पता ही न चले कि वो रमेश था या सुरेश! केरल के एक गाँव में ये कन्फ्यूज़न होना एक सामान्य बात है, क्योंकि यहाँ इतने जुड़वा बच्चे होते हैं, जितने देश में कहीं और नहीं होते. चौंका देने वाली बात तो ये है कि भारत सरकार भी अब इस पर रिसर्च कर रही है कि आखिर इतनी संख्या में जुड़वाँ बच्चे क्यों हो रहे है!
तो आइए, केरला के कोडिन्ही गाँव के बारे में बात करते हैं!
एशिया में पहला और विश्व का दूसरा ऐसा गाँव
कोडिन्ही मलप्पुरम जिले में स्तिथ है, जो जुड़वों के गाँव के नाम से मशहूर है। यहाँ की आबादी तक़रीबन 2000 है। जहाँ 1000 बच्चों में में से सिर्फ 4 बच्चे ही जुड़वा पैदा होते हैं यहाँ 1000 बच्चों में 45 बच्चे जुड़वा पैदा होते हैं। यह एशिया में पहला और विश्व का दूसरा ऐसा गाँव है जहाँ इतने जुड़वा पैदा हो रहे हैं। पहले स्थान पर नाइजीरिया का इग्बो-ओरा है जहाँ 1000 बच्चों में से 145 जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। अब इस गाँव में सिर्फ जुड़वा ही नहीं बल्कि ट्रिक यानी की ट्रिप्लेट्स भी पैदा होने लगे हैं।
टीचर्ज़ अपने ही स्टूडेंट्स में अंतर नहीं कर पाते हैं
इस खूबी के कारण कोडिन्ही काफी मशहूर हो चुका है। भारत समेत विश्व के वैज्ञानिक इस पर रिसर्च कर रहे हैं। सिर्फ यही नहीं भारत सरकार ने भी डॉक्टर कृषणन श्री बीजू को इस पर रिसर्च करने के लिए नियुक्त किया है।
इस गाँव में इतने जुड़वा बच्चे हैं की लोगों को परेशानियाँ होने लग गई हैं। खासकर स्कूल के टीचर्स को। वहां के टीचर्ज़ अपने ही स्टूडेंट्स में अंतर नहीं कर पाते हैं। सिर्फ यही नहीं, नई-नई शादी के बाद महीनों लगते हैं ख़ुद के असली शौहर या बेग़म को पहचानने में।
एक अजीब बात यह है की अगर जुड़वा भाई-बहन में से कोई भी एक बीमार पड़ता है तो डॉक्टर दोनों को दवाई देते हैं। क्यूंकि अगर एक बीमार पड़ता है तो दूसरा भी निश्चित रूप से बीमार पड़ता ही है!
कारण अभी भी है एक रहस्य:
इस अजूबे का कारण अभी तक एक रहस्य ही है। पहले कहा गया था कि वहां के खाने-पीने के कारण ऐसा हो रहा है पर इस गाँव के भी खाना-पीना केरला के बाकी गाँवों के जैसा ही है। इसके अलावा अभी तक कुछ और तर्क नहीं आया।
रिसर्च जारी है और इस रहस्य को सुलझाने की कोशिश हो रही है।
जहाँ लोग आर्टिफीसियल इनसेमिनेशन की सहायता से जुड़वा बच्चे पैदा करते हैं यहाँ जुड़वा बच्चों का पैदा होना एक आम बात है! यहाँ दिन पर दिन जुड़वा बच्चों की तादाद बढ़ती जा रही है।
है ना भारत कितना रहस्य्मयी देश!