भारत एक ऐसा देश है जिसके हर कोने में एक अलग संस्कृति देखने को मिलती है. संस्कृति और विवधताही इस देश कि पहचान हैं .साथही भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं मे से एक है. इस देश में ऐसी कुछ जगह मौजूद हैं जो दुनिया भर में कहीं और दिखाई नहीं देती हैं. भारत में पाए जाने वाले प्राचीन मंदिर, वास्तु और कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों से सारी दुनिया परिचित है. ऐसेही 5 नये मंदिर जो हैं इतने यूनिक, यहाँ पढ़ें
सोनिया गांधी टेम्पल
तेलंगाना राज्य में स्थित इस मंदिर में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी कि मूर्ति को पूजा जाता हैं. तेलंगाना राज्य को अलग से प्रस्थापित करने में सोनिया गांधी का योगदान रहा था इस वजह से उनके समर्थकों ने इस मंदिर को बनाया.
ओम बन्ना टेम्पल
राजस्थान के जोधपुर शहर में इस मंदिर को ‘ओम बन्ना टेम्पल’ के नाम से जाना जाता है. जिसमें रॉयल एनफील्ड बाइक को पूजा जाता है. इस मंदिर की एक दिलचस्प कहानी है. 1988 में ओम सिंह कथोरे यानी “ओम बन्ना” अपने शाही एनफील्ड की सवारी कर रहे थे. तभी उन्हें एक दुर्घटना का सामना करना पड़ा और उसमें उनकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस आई और उस जगह से बाइक को हटा कर थाने ले गई. उसके दूसरे दिन बाइक अपनी जगह से गायब थी. पुलिस ने जब ढूँढा तब वो बाइक ठीक उसी जगह मिली जहाँ पे दुर्घटना हुई थी. आश्चर्य की बात ये थी की ऐसा रोज़ होने लगा था. बाइक को गायब होने से रोकने के लिए पुलिस ने सभी तरीकों की कोशिश करी . उसे बंद कर दिया, पेट्रोल टैंक को खाली कर दिया लेकिन रोजाना बाइक उसी स्थान पर लौटती थी. इससे लोगों को विश्वास हो गया कि ओम की आत्मा उसी घटनास्थल पर है और बदले में लोगों ने इसके लिए एक मंदिर बनाया.
भारत माता टेम्पल
भारत देश में देवताओं की पूजा करना आम बात है. हालांकि यह मंदिर थोड़ा अलग हैं .वाराणसी में स्थित इस मंदिर में ‘भारत माता’ को पूजा जाता है, मूर्ति के रूप में नहीं बल्कि भूमि के रूप में. 1936 में इस मंदिर को बनाया गया जिसमें संगमरवर पत्थर से बने भारत के नक्शे को पूजा जाता है. इस मंदिर का उद्घाटन महात्मा गांधी के हातों कराया गया था . ये पुरे देश में ऐसा एकमात्र मंदिर है जहां ‘भारत’ को पूजा जाता है.
चायनीज काली टेम्पल
पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में स्थित यह मंदिर धर्म और राष्ट्रीयता कि बीच कि सीमाओं को तोड़ता है. हालाँकि एक हिंदू देवी, काली माता का मंदिर है लेकिन देवी की पूजा चीनी रीति-रिवाजों और तरीकों से की जाती है. मंदिर के पुजारी “प्रसाद” के रूप में नूडल्स या चॉप्सी तक चढ़ाते हैं.
करनी माता टेम्पल
राजस्थान के बीकानेर में स्थित करनी माता मंदिर को “चूहों का मंदिर” या “चूहा देवी का मंदिर” के रूप में भी जाना जाता है. यह 25,000 से भी ज्यादा चूहों का घर है जिन्हें रोज़ खिला कर पाला जाता है. इन चूहों के पीछे कि कहानी भी हैरान करने वाली हैहैं. करणी माता के सौतेले बेटे, लक्ष्मण की,पानी पीने के प्रयास में एक झील में डूबकर मृत्यु हो गई . तभी करणी माताने यम देवतासे उन्हें पुनःजीवित करने के लिए कहा. शुरू में यम ने मना कर दिया लेकिन फिर सहमत होकर एक शर्त रखते हुए कहा कि “लक्ष्मण सहित करणी माता के सभी पुत्रों का पुनर्जन्म चूहों के रूप में होगा”.
तो अगली बार आप जब कोई ट्रिप प्लान करेंगे तो इन यूनिक मंदिरो को देखना मत भूलिएगा.