गुस्सा, फ्रस्ट्रेशन, भड़ास आज-कल आम ज़िन्दगी का हिस्सा बन चुके हैं. ऑफिस प्रेशर, फाइनेंस मैनेजमेंट, सोशल स्टेटस जैसी वजहों से लोगों पर परफॉरमेंस प्रेशर बढ़ रहा है. आगे बढ़ने की एक रेस है जिसमें सब फर्स्ट आना चाहते हैं. लाइफ में आप कितने सक्सेसफुल हैं इसका फ़ैसला आपका बैंक बैलेंस, सोशल मीडिया पोस्ट और आपका स्टेटस करता है. ऐसे में हमारा दिमाग तनाव में रहता है जिसके चलते अधिकतर लोग फ्रस्ट्रेशन का अनुभव करते हैं.
मानसिक तनाव से बाहर आने का और इसे डील करने का हर व्यक्ति का अपना तरीका होता है. कुछ इस तनाव से निपटने के लिए म्यूजिक का सहारा लेते हैं और कुछ मेडिटेशन का. कुछ लोग इस तनाव को या अपने गुस्से को दूसरों पर निकालना चाहते हैं. परन्तु वह किन्ही कारणों से व्यक्त नहीं कर पाते. इसी परेशानी का समाधान निकाला है इंदौर के “अतुल मालिकराम” ने “भड़ास कैफ़े” बना कर.
ये कैफ़े एक मात्र ऐसा कैफ़े है जहाँ आप जाकर जैसे चाहें वैसे अपनी भड़ास निकाल सकते हैं. यहाँ आप एक बंद कमरे में ग्लास, टीवी, बोतल, कुर्सी जैसी चीज़ें तोड़ सकते हैं. इसके लिए आपको बस थोड़ी सी फीस देनी होगी. ये अपने गुस्से को मैनेज करने का एक अच्छा और कारगर तरीका है. यहाँ आपको कमरे में कोई देख या सुन नहीं सकता और अगर आपको ज़रूरत हो तो वहां मौजूद काउंसलर या थेरापिस्ट से भी बात कर सकते हैं. गुस्सा निकल जाए उसके बाद कॉफ़ी और अन्य स्नैक्स ऑर्डर कर अपनी लाइफ को वापस ट्रैक पर ले आइए.
गुस्सा एक नेगेटिव इमोशन है, इससे दूसरों से ज़्यादा ख़ुद को नुक्सान होता है. इसे कंट्रोल करने के लिए मैडिटेशन और योग जैसी प्रक्टिससेस भी फायदेमंद हैं. परन्तु, आज के दौर में लोगों कि लाइफस्टाइल ऐसी नहीं, जहाँ वो ऐसे समाधान अपनाएं. ऐसे में भड़ास कैफ़े जाकर अपनी लाइफ को वापस ट्रैक पर भी लाया जा सकता है. अगली बार जब आप सीनियर से, पार्टनर से या लाइफ से परेशान हों तो यहाँ की टिकट्स ज़रूर बुक कर ले- क्योंकि कई बार एक्सप्रेस करना बहुत ज़रूरी होता है!