अक्सर रात में, जब हम आकाश को देखते हैं, तो हमें ब्रह्मांड की विशालता का एहसास होता है. सभी तारे, ग्रह और अन्य ब्रह्मांड की वस्तुएं जैसे मेटोरिट्स और एस्ट्रोइड यानि लघु ग्रह अरबों वर्षों से मौजूद हैं. मानव जाति करीबन 10 लाख साल पहले पृथ्वी पर अस्तित्व में आई थी.
एस्ट्रोइड एक चट्टानी पिंड होते हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं . यह मंगल और बृहस्पति के बीच बड़ी संख्या में पाए जाते हैं. इन चट्टानों का डायमीटर 10 मीटर जितना छोटा हो सकता है, या 500 किलोमीटर जितना बड़ा भी हो सकता हैं. यह अक्सर सोलर सिस्टम में ग्रहों और चंद्रमा से टकराते हैं. पृथ्वी के चारों ओर वायुमंडल की प्रोटेक्टिव लेयर की वजह से , इसके ऊपर के भाग को छूने से पहले छोटे मेटोरिट्स को जला दिया जाता है. लेकिन जब चट्टान काफी बड़ी होती है, तो यह पृथ्वी से टकराती है, और इसका परिणाम अक्सर हानिकारक होता है. जानें ग्रह-पृथ्वी के इतिहास में 3 सबसे ऐसे बड़े परिणामों के बारे में :
1. वेदरफोर्ट क्रेटर
दक्षिण अफ्रीका के फ्री स्टेटस में ,वेदरफोर्ट के परिणाम से बना एक गड्ढा 2 अरब साल पुराना है. इसे ‘वेदरफोर्ट डोम’ के नाम से भी जाना जाता है, और इसे 2005 में UNESCO ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया था. करीबन 300 कि.मी. डायमीटर के डोम को दुनिया की सबसे बड़ी संरचना मानी जाती है.
2. सडबरी बेसिन
कनाडा में ओंटारियो में सडबरी बेसिन स्थित है. यह लगभग 1.8 अरब साल पुराना होने का अनुमान है. इसका डायमीटर 130 कि.मी. है. और यह पृथ्वी पर सबसे बड़े संरचनाओं में से एक है जो ऐसे परिणामों से बने है. यह एस्ट्रोइड की टक्कर से निर्मित सबसे पुराने क्रेटरों में से एक भी है.
3. एकरामन क्रेटर
यह क्रेटर ‘लेक एकरामन’ के नाम से जाना जाता है, और यह दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में स्थित है. यह लगभग 580 दस लाख साल पहले बना हुआ है ,और इसका डायमीटर 90 कि.मी. है.
पिछले हजारों वर्षों में पृथ्वी पर किसी एस्ट्रोइड का प्रभाव नहीं हुआ है. वैज्ञानिकों के अनुसार, 66 लाख साल पहले हुआ प्रसिद्ध चीकुलबब का प्रभाव ‘क्रीटेशस-पेलोजेन’ विलुप्त होने की घटना का कारण था. जिसने डायनासोर सहित पृथ्वी पर लगभग 75% पौधों और जानवरों को मार दिया था.