आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले वर्ल्ड कप में, भारतीय क्रिकेट टीम अपना पहला मुकाबला 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगी. इंडिया ने इससे पहले वर्ल्ड कप 2011 में जीता था.
क्या आप जानते हैं कि वर्ल्ड कप का इतिहास इस खेल से भी ज़्यादा रोचक है? आइए नज़र डालते हैं ऐसे ही कुछ फैक्ट्स पर:
वर्ल्ड कप क्रिकेट का करीबन 43 वर्ष पुराना इतिहास है. सबसे पहला आईसीसी वर्ल्ड कप 1975 में खेला गया था. इस बार होस्ट इंग्लैंड के साथ भारतीय टीम को भी फेवरेट माना जा रहा है. भारत ने पहला वर्ल्ड कप सन 1983 में कपिल देव और दूसरा 2011 में महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में जीता था. भारतीय खिलाड़ियों ने अबतक के वर्ल्ड कप इतिहास में अनेक रिकॉर्ड्स अपने नाम बनाए हैं, जिसे अब तक कोई नहीं तोड़ पाया .
वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे अधिक रन
वर्ल्ड कप में खेले गए 45 मैचों में दो हजार से अधिक रन बनाने वाले सचिन तेंदुलकर एक मात्र क्रिकेटर हैं. सचिन ने पहली बार 1992 में वर्ल्ड कप खेला था और अंतिम बार 2011 में खेला. 2011 में भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता और उसीके साथ सचिन ने वर्ल्ड कप से अलविदा कहा. वर्ल्ड कप के इतिहास में सचिन के अलावा कोई भी दूसरा बल्लेबाज 2000 रन पार नहीं कर पाया है. अन्य भारतीय खिलाड़ियों में सौरव गांगुली ने वर्ल्ड कप में 1000 रन बनाए हैं.
सबसे अधिक भागीदारी
1983 के वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ जिंबाब्वे खेल रहा था. उस वक्त भारत के 17 रन पर 5 विकेट गंवाने के बाद कपिल देव बल्लेबाजी करने उतरे. अच्छी पार्टनरिशप के बावजूद भारत का स्कोर 8 विकेट पर 140 रन तक पहुंचा था . जब सैयद किरमानी बल्लेबाजी करने आए, तब कपिल और उनके के बीच 9 वें विकेट के लिए 126 रन की भागीदारी हुई.
यह वर्ल्ड कप क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा माना जाता है. इस मैच में कपिल देव नाबाद 175 रन की पारी खेले और भारत 31रन से मैच जीत गया. वर्ल्ड कप में तीसरे विकेट की भागीदारी का रिकार्ड भी भारत के नाम है. 1999 में केनिया के खिलाफ राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने तीसरे विकेट के लिए 237 रन कि भागीदारी करी थी.
वर्ल्ड कप इतिहास में पहली 300 रन की पार्टनरशिप
वनडे क्रिकेट में केवल तीन बार 300 रनों की पार्टनरशिप हुई हैं. 1999 के विश्व कप में 2 भारतीय खिलाड़ियों ने 300 रन की पारी खेली. श्रीलंका के खिलाफ सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने पहली बार ३०० रनों का स्कोर बनाया. यह वनडे क्रिकेट की सबसे ब़ड़ी पार्टनरशिप साबित हुई. गांगुली ने 183 रन बनाए जो किसी भी भारतीय द्वारा वर्ल्ड कप इतिहास में बनाया गया सर्वाधिक स्कोर है. भारत ने इस मैच में कुल 373 रन बनाए और आसानी से मैच जीता.
वर्ल्ड कप में सर्वाधिक निजी स्कोर
2003 में भारत ने भलेही मैच नहीं जीता पर ये वर्ल्ड कप भारतीय फैन्स के लिए सबसे यादगार रहा. इस वर्ल्ड कप में सचिन ने 673 रन बनाए थे. 2007 में ऑस्ट्रेलिया के ओपनर मैथ्यू हेडन इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते थे, लेकिन वह सिर्फ 659 रन बनाकर दूसरे नंबर पर रहे. 2003 के वर्ल्ड कप में सचिन ने नामिबिया के खिलाफ सर्वाधिक 150 से अधिक की पारी खेली. यह सबसे अधिक निजी स्कोर है. इस वर्ल्ड कप में सचिन को ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब दिया गया था.