नवरात्री का समय है। नवरात्री भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। ज़्यादातर लोग 9 दिन का उपवास करते हैं। नवरात्री के दौरान माँ दुर्गा का आगमन होता है। हमने उपवास को हमेशा धर्म से जोड़ा है। पर क्या आप उपवास करने के फायदे जानते हैं?
तो आइए इस बारे में चर्चा करते हैं:
- रिसर्च में पाया गया है कि उपवास के दौरान 3 – 14 फीसदी मेटाबोलिक रेट में बढ़ोतरी होती है। इससे पाचन क्रिया अच्छी तरह से होगी और कैलोरी बर्न होने में कम वक़्त लगेगा।
- उपवास करने से शरीर में डेटोक्सिफिकेशन होता है। आज के वक़्त में हम प्रोसेस्ड खाना ज़्यादा खाते हैं जिसमें प्रेसेर्वटिवेस होते हैं। यह प्रेसेर्वटिवेस हमारे शरीर को बहुत हानि पहुँचाते हैं। उपवास के दौरान सात्विक खाना ही खाया जाता है। जो हमारे शरीर को अंदर से साफ़ सुथरा रखता है।
- उपवास करने से एक्ने या पिम्पल्स जैसी दिक्कतें ख़त्म हो जाती हैं। सात्विक खाना यानी, साधारण खाना खाने से त्वचा का निखार बढ़ता है।
- उपवास के दौरान सात्विक भोजन के सेवन से शरीर और मन दोनों ही ताज़ा और शांत रहते हैं।
- ज़िंक, कैल्शियम, आयरन ऐसे जैसे तत्वों का समावेश तेज़ी से होता है। कैल्शियम सही रहने से हड्डियों से जुडी समस्याओं से आप मुक्त हो सकते हैं।
- व्रत में जब शरीर को 12 घंटे या उससे अधिक कुछ नहीं खाते हैं तो शरीर में केटोसिस शुरू हो जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हमारे शरीर के सेल्स फैट को गला कर एनर्जी प्रोड्यूस करने लगते हैं। यह एनर्जी शरीर, दिमाग और ह्रदय के लिए लाभदायक होती है।
- व्रत करने से उम्र भी बढ़ सकती है। व्रत से शरीर में होने वाली ऑटोफैजी में मदद मिलती है। ऑटोफैजी शरीर में मौजूद सेल्स की साफ़ सफाई की प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया से शरीर की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- व्रत करने से शरीर में कुछ लाभदायक बेक्टिरिया की वृद्धि होती है जो सिर्फ व्रत उपवास करने से ही उत्पन्न होते है। इसी तरह कुछ हानिकारक बेक्टिरिया के नष्ट होने की प्रक्रिया भी सिर्फ व्रत उपवास के समय ही होती है।