आज के समय में हम सभी स्ट्रेस, एंग्जायटी, डिप्रेशन जैसे शब्द अक्सर सुनते हैं. सोशल मीडिया ने भी इस लाइफ को और कोम्प्लिकेट कर दिया है. लड़के-लड़की दोनों ही अपने कामों में इतना बिजी रहते हैं की अपने या अपनी फैमिली के लिए बिल्कुल टाइम नहीं निकाल पाते. इस सब काम का बोझ स्ट्रेस के तौर पर हम सबको दिखने और सुनने को मिलता है. इस स्ट्रेस को कम करने का एक तरीका है work-life बैलेंस. आज हम आपको ऐसे टिप्स देंगे जिससे आप अपना work-life बैलेंस मेन्टेन कर पायेंगे और अपने आपको एक बेहतर ज़िन्दगी दे पायेंगे:
“Me” टाइम:
आप चाहे घर से काम करें या ऑफिस से काम करते वक़्त थोड़ा समय अपने लिए ज़रूर निकालें. इससे आपकी प्रोडक्टिविटी तो बढ़ती ही है, साथ में आप काम के दौरान एनरजेटिक भी महसूस करते हैं. ऑफिस में भी आप थोड़े समय के लिए ब्रेक लेकर अपने कलीग के साथ समय बिता सकते हैं या बाहर निकलकर घूम सकते हैं.
अपनी Priorities को समझें:
प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में बैलेंस बनाने के लिए अपनी priorities को समझना बहुत ज़रूरी होता है. अगर आप सबसे ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट काम फर्स्ट हाफ में करते हैं तो आपको एक अचीवमेंट फील होगा और आपका दिन प्रोडक्टिव बीतेगा. इसके साथ आप अपनी फैमिली को भी इम्पोर्टेंस दें और हफ़्ते में एक या दो बार अपने परिवार के साथ आउटिंग पर जाएं. अगर बच्चे हों तो उनके साथ समय बिताएं , बातें करें; ऐसा करने से आप संतुष्ट और खुश रहेंगे.
ऑफिस के काम को घर पर मत लाएं:
कोशिश करें कि आप ऑफीस का काम ऑफिस में ही छोड़कर आएं. घर पर भी लगातार ऑफिस का बचा हुआ काम करने से तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है.
अपने बॉस से बात करें:
अगर आपके ऊपर काम का बोझ ज़रूरत से ज्यादा होने लगा हो तो इस बारे में अपने बॉस को बताएं. यह बिल्कुल नार्मल है और एक अंडरस्टैंडिंग बॉस इस बात को ज़रूर कंसिडर करेगा.
आर्गनाइज्ड रहें:
जब भी दिनचर्या की बात हो तो आर्गनाइज्ड रहने से काफी फायदा हो सकता है. इससे आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ साथ पर्सनल लाइफ अच्छी तरह से संभाल सकेंगे और काम के सुचारू रूप से होने के कारण आपको तनाव भी नहीं होगा.
इस आर्टिकल को पढ़कर आपको समझ तो आ ही गया होगा की work-life बैलेंस सिर्फ़ आपको नहीं बल्कि आपके परिवार वालों को भी इफ़ेक्ट करता है. इन तरीकों से एक बेहतर लाइफस्टाइल अपनाएं.