तमिलनाडु के इस ‘ट्री मैन’ ने खोला है ऐसा बैंक, जिसके लिए उसे पद्मभूषण का ख़िताब दिया गया. ऐसा बैंक जिसका फायदा आने वाले कई सारी पीढ़ी और आज के लोगों को भी होगा. मुलिवनम नाम के इस शख्स ने पूरे तमिलनाडु राज्य में 90 लाख से अधिक पौधे लगाए. आने वाले कुछ सालों में इस देश को हरा -भरा करना मानों उनका मिशन बन गया.
मुलिवनम चेन्नई से है और एक सच्चे पर्यावरण प्रेमी है. उनके पिता ने उन्हें कम उम्र में जैविक खेती सिखाई थी, उन्हें बचपन से प्रकृति से काफी लगाव था. 2008 में, उन्होंने चेन्नई में “मुलिवनम ट्री बैंक” इस नाम के तहत एक सैपलिंग बैंक की स्थापना करी. यह बैंक, जो कोई प्रकृति के लिए पेड़ लगाकर अपना योगदान देना चाहता है उन्हें नि: शुल्क पौधे देता है. यह संस्था पूरे तमिलनाडु में 90 लाख पौधे लगाने में सफल रही है. यह शख्स पेशे से एक किसान है. लेकिन, वह अन्य लोगों को भी अपने मिशन में शामिल होने के लिए प्रेरित करता है. इसके अलावा, वह दूसरों को अपने खाली समय में टेरेस गार्डन बनाने और उसका खयाल रखने में मदद करता है.
तमिलनाडु की जनता अपने बर्थडे, एनीवर्सरी, या किसी खास दिन के अवसर पर इस बैंक में जाकर पौधे लेते हैं ताकि वो भी प्रकृति के लिए अपना योगदान दे सकें. मुलिवनम की टीम उन्हें फ्री में पौधे दे भी देते हैं लेकिन साथ में यह सुनिश्चित भी करते हैं की इन पौधों का ठीक से ख्याल रखा जाएगा. इसके अलावा, यह बैंक कॉलेजों और स्कूलों में जा कर पौधे देता है और जागरूकता कार्यक्रम भी करता है. मुलिवनम अपने मिशन को देश के हर एक कोने में फैलाने के लिए हर तरह से कोशिश करते है.
उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें कई सारे पुरस्कारों से सन्मानित किया गया है. हाल ही में उन्हें भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण पुरस्कार दे कर नवाजा गया है . ‘ट्री-मैन’ नाम से मशहूर मुलिवनम का पुरे भारत में एक करोड़ नीम के बीज लगाना अगला मिशन है. मुलिवनम और उनके ट्री बैंक ने हमारे देश और पर्यावरण के लिए एक बड़ा योगदान है, इस में कोई संदेह नहीं है.