राजनीति एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें लोग जाने के लिए साम, दाम, दंड, भेद भी अपना लेते हैं. इसमें पैसा, पॉवर और पोजीशन का कॉम्बिनेशन है जो हर किसी को अपनी तरफ़ खींचता है. लेकिन हाल ही में एक नेता ने राजनीति छोड़ कर जर्नलिज्म को अपना लिया. तथागत सत्पति- उड़ीसा से बीजेडी के सांसद, ने राजनीति को छोड़कर दोबारा पत्रकारिता की दुनिया मे लौटने का फैसला किया है.
पत्रकारिता में तथागत की जड़ें काफी पुरानी हैं, उनकी माँ नंदिनी सत्पति एक प्रसिद्ध लेखिका हैं और वे ओड़िसा की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। तथागत वर्तमान समय मे ओड़िसा के ढेंकनाल से सांसद हैं। उन्होंने ट्विटर पर कहा कि “पत्रकारिता में में दोबारा ध्यान केंद्रित करना चाहता हूँ, इसी कारण मैं राजनीति से सन्यास ले रहा हैं। मेरा मानना है कि पत्रकारिता में निडर आवाज़ों की सख्त जरूरत है। इतने लंबे समय तक मुझपर विश्वास करने और सहयोग करने के लिए मैं नवीन पटनायक का तहे दिल से आभार प्रकट करता हूँ। हाल ही में मैन यह महसूस किया है कि समाज की सेवा के लिए राजनीति ही एकमात्र ज़रिया नहीं है।”
दोबारा ट्वीट करके तथागत ने कहा कि मैं अपने मतदाताओं का आभारी हूँ जिन्होंने मुझपर विश्वास जताया और मुझे इतना प्यार दिया। भारत में सामाजिक नेतृत्व की आवश्यकता है और यह समय युवा नेतृत्व को अवसर देने का है। तथागत अभी 62 साल के हैं और राजनीति में इतनी उचाईयों पर पहुंच जाने के बाद ऐसा कदम उठाना निश्चय ही सराहनीय है।