पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स निधन हो गया। सुषमा स्वराज की तबीयत बिगड़ने के बाद रात 10 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था जिसके कुछ वक़्त बाद उनकी मृत्यु की ख़बर आई।
सुषमा स्वराज ट्विटर पर बहुत एक्टिव रहती थीं। उन्होंने अपने ट्वीट्स के ज़रिये बहुत से बड़बोलों की बोलती भी बंद की थी।
उनका आख़िरी ट्वीट “बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय। श्रेष्ठ भारत- एक भारत का अभिनन्दन। प्रधानमंत्री जी- आपका हार्दिक अभिनन्दन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।”
सुषमा स्वराज भारत की सबसे चहीती पॉलिटिशियन थी और ट्विटर पर 13 मिलियन फोल्लोवेर्स हैं।
सुषमा स्वराज ने ट्विटर के ज़रिये बहुत से लोगों की सहायता की है। वो चाहे फिर पाकिस्तान का नागरिक ही क्यों न हो। आइये एक नज़र डालते हैं जहाँ सुषमा स्वराज ने ट्विटर के ज़रिये लोगों को किस तरह रेस्क्यू किया है.
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सुषमा स्वराज की मिनिस्ट्री ने 168 इंडियंस को इराक से रेस्क्यू किया था जिसके लिए उनकी बहुत प्रशंसा हुई थी
2) सुषमा स्वराज की मिनिस्ट्री ने यमन क्राइसिस के दौरान किस तरह सहायता पहुंचाई थी, यह हम कभी नहीं भूलेंगे!
3. सुषमा स्वराज ने व्यक्तिगत तौर पर लोगों की सहायता करी है।
4. जब भूकंप के भूचाल के बाद भी उन्होंने ने लोगों की इस तरह सहायता करी।
5. सुषमा स्वराज के लिए इंसानियत ही मायने रखती थी, हिंदुस्तानी और पाकिस्तानी में कभी कोई फ़र्क़ नहीं करा
सुषमा स्वराज एक ऐसी नेता थी जिन्होंने सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि दुसरे मुल्क के नागरिकों के दिल जीता था। और यह बहुत ही दुखद घटना है। और यह भारत जा बहुत बड़ा नुकसान है। भारत की शान थी सुषमा स्वराज, आज इस दुनिया में उनके न होने का ग़म पूरा भारत मन रहा है।