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चुनाव 2019: अब नेता खुद बताएँगे अपना क्रिमिनल रिकॉर्ड!

चुनाव 2019: अब नेता खुद बताएँगे अपना क्रिमिनल रिकॉर्ड! March 11, 2019Leave a comment

भारत एक जनतंत्र देश है- यहाँ के नागरिकों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार भी है और नैतिक ज़िम्मेदारी भी. इस जनतंत्र को यथार्थ करने के लिए हर पांच साल में चुनाव का आयोजन किया जाता है. इस साल भी चुनाव का बिगुल बजा दिया गया है. इलेक्शन कमीशन ने इस बार के चुनाव को दुनिया का सबसे बड़ा पोल कहा है, इस साल चुनावों में 900 मिलियन की आबादी 1 मिलियन पोलिंग बूथ में अपना वोट डालकर अपना नेता सुनिश्चित करेगी.

11 अप्रैल से शुरू होने वाले ये चुनाव 19 मई तक चलेंगे.

चुनाव से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें:

1) चुनाव अभियान में सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग ने कड़े नियम बनाएं हैं. सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है जिसके ज़रिये बड़ी आसानी से फेक न्यूज़ फैलाई जा सकती है. हाल ही में हुए “Cobrapost” के “Operation Karaoke” के ज़रिये भी यह ख़बर सामने आई थी जिसमें कई एक्टर्स ने पैसे लेकर पोलिटिकल पार्टी को सपोर्ट करने और अपने फैन्स को इन्फ्लुएंस करने की जांच हुई थी. इस तरह के कई और तरीके भी हैं जिसके ज़रिये चुनावी पार्टी अपने पक्ष में वोट डलवाने के तरीके अपनाती हैं.

2) खबरों के अनुसार इस चुनाव में हिस्सा लेने वाले सभी उम्मीदवारों को अपने सोशल मीडिया अकांउट की जानकारी आयोग को देनी होगी. सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिये आयोग ने लोकसभा चुनाव में पहली बार यह अहम पहल की है.

3) चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों को अपने आपराधिक रिकॉर्ड को कम से कम तीन बार अखबार तथा टीवी पर विज्ञापित करना अनिवार्य किया है. यह क़दम मतदाताओं को एक जागरूक फ़ैसला लेने में मददगार साबित होगा.

4) इसके साथ-साथ अपने नेता के बारे में जनता को पूरी जानकारी मिले इसलिए चुनाव आयोग ने कहा कि पार्टियों को अपने उम्मीदवारों के बारे में अपनी वेबसाइट पर जानकारी देना अनिवार्य होगा.

5) चुनावों के दौरान होने वाले घपले और गुंडागर्दी रोकने के लिए आयोग ने जनता की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान बनाया. इस बार चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर मोबाइल ऐप ‘सी-विजल’ का इस्तेमाल किया जायेगा. इसके जरिए कोई भी नागरिक निर्वाचन नियमों के उल्लंघन की शिकायत कर सकेगा. इस पर संबद्ध प्राधिकारी को 100 मिनट के भीतर कार्रवाई करना अनिवार्य है.

6) मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया के हर प्लैटफॉर्म ने ऐसा तंत्र बनाया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सिर्फ उन्हीं राजनीतिक विज्ञापनों को स्वीकार किया जाएगा, जो पहले से प्रमाणित हों. वे इस मद में हुए खर्च का ब्योरा भी चुनाव अधिकारियों से साझा करेंगे.

7) चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान मतदाता सही नेता को वोट दे रहे हैं इसके लिए ईवीएम और पोस्टल बैलट पेपरों पर सभी उम्मीदवारों की तस्वीरें होंगी. इसके लिए उम्मीदवारों को आयोग की ओर से निर्धारित शर्तों पर अमल करते हुए निर्वाचन अधिकारी के पास अपनी हालिया स्टैंप साइज तस्वीर देनी होगी.

चुनाव की पूर्ण जानकारी:

चुनाव आयोग ने इस बार अपनी तरफ़ से पूरी तय्यारी करी है की सही तरीके से इलेक्शन करवाएं जा सकें आप भी एक अपने हक़ का सही इस्तेमाल करें और सही पार्टी को वोट देकर अपने देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाएं.

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