प्लास्टिक हमारे वातावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है. प्लास्टिक का उत्पादन काफी सरल है, पर वह नॉन-बायो डीग्रेडेबल पदार्थ होने के कारण कभी नष्ट नहीं हो पाता है. और हमारे वातावरण को प्रदूषित करता रहता है.
प्लास्टिक की बढ़ती तादाद
विश्व में 6.3 बिलियन से भी ज़्यादा प्लास्टिक का उत्पादन हो चुका है, जिसमें से सिर्फ 9 % ही रीसायकल हो पाया है. महासागरों में प्लास्टिक कि तादाद बढ़ती जा रही है. वैज्ञानिकों का मानना है कि 2050 तक विश्व के महासागरों में मछलियों से ज़्यादा प्लास्टिक मौजूद होंगे.
यह सोचने वाली बात है!
अधिक मात्रा में प्रदूषण
प्लास्टिक के कारण पर्यावरण में अधिक मात्रा में प्रदूषण हो रहा है. वातावरण के बचाव में तरह-तरह के मुहिम भी जारी करे गए हैं. सोशल मीडिया के द्वारा प्लास्टिक के विषय पर जागरूकता का प्रचार किया जाता है.
इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे
जुलाई 3 को “इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे” मनाया जाता है ताकि लोगों में इस मुद्दे को ले कर जागरूकता आये. यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है. बहुत से लोग ऐसे मुहिमों में भाग लेते हैं ताकि हमारा भविष्य सुरक्षित रहे. और आने वाली पीढ़ी को हमारे कर्मों का भुगतान न करना पड़े.
आप भी ऐसी मुहिमों का हिस्सा बनें और प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम करें. “प्लास्टिक-फ्री” लाइफ बहुत मुश्किल नहीं है पर प्रदूषित वातावरण में रहना बहुत ही कठिन है।